भागलपुर जिले के नवगछिया के सम्राट अशोक भवन में 19 अप्रैल को जोतिबा फुले,डॉ.अंबेडकर जयंती और बी.पी.मंडल स्मृति दिवस समारोह आयोजित किया गया।बिहार में सामाजिक न्याय की लड़ाई की ठोस बुनियाद रखने वाले संगठन त्रिवेणी संघ के प्रदेश सचिव रहे गणपति मंडल को भी याद किया गया.कार्यक्रम का आयोजन सामाजिक न्याय आंदोलन (बिहार) सहित कई अन्य बहुजन संगठनों के बैनर तले किया गया।

कार्यक्रम को दिल्ली विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर रहे डॉ लक्ष्मण यादव, सामाजिक न्याय आंदोलन के संयोजक रिंकू यादव, भाकपा माले विधायक सत्यदेव राम,तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र के रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ.उपेन्द्र साह सहित कई अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया।
बहुजन समाज को सम्मान,हिस्सेदारी व बराबरी के मुद्दों पर एकता बनानी होगी– डॉ लक्ष्मण यादव
दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर और चर्चित किताब ‘प्रोफेसर की डायरी’ के लेखक डॉ.लक्ष्मण यादव ने कहा कि वे लोग भी आज डॉ.अंबेडकर पर फूल माला चढ़ा रहे हैं जो उनके विचारों पर ताला लगा रहे हैं,संविधान को तोड़ रहे हैं.वैसे बहुरुपिए भाजपा-आरएसएस वालों को पहचानने में भूल नहीं करना है.उन्होंने कहा कि बाबा साहेब को याद करना महत्वपूर्ण है,उनके संघर्षों पर चर्चा जरूरी है.लेकिन,सबसे जरूरी यह समझना है कि अगर आज वे होते तो क्या कर रहे होते?आज के दौर में जोतिबा फुले,डॉ.अंबेडकर,बीपी मंडल और गणपति मंडल जैसे नायक होते तो वे हाशिए के समाज के हक-अधिकार के लिए संघर्ष संगठित कर रहे होते और संविधान बचाने के लिए भाजपा-आरएसएस को समाज व सत्ता से बाहर करने के लिए बहुजन समाज को गोलबंद कर रहे होते.उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सरकारी स्कूल-कॉलेज-विश्वविद्यालय को बर्बाद कर रही है और मंदिर बनवा रही है.देश की सारी संपत्ति को अंबानी-अडानी के हाथों सौंप रही है और 80 करोड़ लोगों को 5 किलो अनाज देकर बहला रही है. डॉ लक्ष्मण ने जोर देते हुए कहा कि बहुजन समाज जातियों में बंटकर हक-अधिकार हासिल नहीं कर सकता है.उसे सम्मान,हिस्सेदारी व बराबरी के मुद्दों पर एकता बनानी होगी.बहुजन समाज जातियों में बंटकर हक-अधिकार हासिल नहीं कर सकता है.उसे सम्मान,हिस्सेदारी व बराबरी के मुद्दों पर एकता बनानी होगी
वे लोग भी आज डॉ.अंबेडकर पर फूल माला चढ़ा रहे हैं जो उनके विचारों पर ताला लगा रहे हैं,संविधान को तोड़ रहे हैं.वैसे बहुरुपिए भाजपा-आरएसएस वालों को पहचानने में भूल नहीं करना है.
डॉ. लक्ष्मण यादव
भाजपा को बिहारी समाज व सत्ता से बाहर करना होगा–रिंकू यादव
सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के राज्य संयोजक रिंकु यादव ने कहा कि बिहार में जिन ताकतों को पीछे धकेल दिया गया था,वे ताकतें फिर से पुराने दौर को वापस लाने के लिए पूरा जोर लगा रही है.भाजपा-आरएसएस ने नीतीश कुमार को कठपुतली बना लिया है और वे बिहार की सत्ता पर सीधे काबिज होने की तैयारी कर रही है.बिहार की परिवर्तनकारी विरासत को बुलंद करते हुए भाजपा को बिहारी समाज व सत्ता से बाहर करना होगा.संविधान बचाने की लड़ाई के सामने यह जरूरी कार्यभार है.
आदिवासियों,अतिपिछड़ों-पिछड़ों का नारा ‘जय श्री राम’ नहीं हो सकता है.दबाये-सताये गये अधिकारहीन लोगों का नारा जय संविधान होगा.जोतिबा फुले,डॉ.अंबेडकर,बीपी मंडल और गणपति मंडल जैसे नायकों को याद करने का मतलब है,अधिकारों की लड़ाई को तेज करने का संकल्प लेना.
भाकपा-माले विधायक सत्यदेव राम
दबाये-सताये गये अधिकारहीन लोगों का नारा जय संविधान होगा जय श्री राम नहीं – सत्यदेव राम
दरौली(सीवान) के भाकपा-माले विधायक सत्यदेव राम ने कहा कि दलितों,आदिवासियों,अतिपिछड़ों-पिछड़ों का नारा ‘जय श्री राम’ नहीं हो सकता है.दबाये-सताये गये अधिकारहीन लोगों का नारा जय संविधान होगा.जोतिबा फुले,डॉ.अंबेडकर,बीपी मंडल और गणपति मंडल जैसे नायकों को याद करने का मतलब है,अधिकारों की लड़ाई को तेज करने का संकल्प लेना.
उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस मुसलमानों पर हमला कर रही है.लेकिन हमला मुसलमानों तक सीमित नहीं है.वह संविधान पर हमला कर रही है.भाजपा-आरएसएस दलितों,आदिवासियों व अतिपिछड़ों-पिछड़ों के अधिकारों को भी खत्म कर रही है और गुलामी का शिकंजा मजबूत कर रही है.
कई अन्य वक्ताओं ने कार्यक्रम को किया संबोधित, भाजपा को बिहार में रोकने का लिया संकल्प
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र के रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ.उपेन्द्र साह ने कहा कि भाजपा-आरएसएस हिंदू राष्ट्र बनाने की दिशा में बढ़ते हुए फिर से वर्ण-जाति व्यवस्था को मजबूत कर दलितों,आदिवासियों,अतिपिछड़ों-पिछड़ों के द्वारा हासिल अधिकार को खत्म कर रही है.संविधान को कमजोर कर रही है.
स्नातकोत्तर हिंदी विभाग के अध्यक्ष रहे डॉ.योगेन्द्र ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार अंबानी-अडानी की तिजौरी भर रही है और मेहनतकश बहुजनों को कंगाल बना रही है.
कार्यक्रम का संचालन करते हुए गौतम कुमार प्रीतम ने किया. उन्होंने कहा कि बिहार में कास्ट सर्वे के बाद
एससी,एसटी,ईबीसी-बीसी के बढ़ाकर किए गये 65 प्रतिशत आरक्षण को नरेन्द्र मोदी सरकार ने 9वीं अनुसूची में नहीं डालकर भाजपा का असली चेहरा व चरित्र ही बताया है.भाजपा के साजिश और नीतीश कुमार के सहयोग से 65 प्रतिशत आरक्षण लागू नहीं हुआ है.बहुजन विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब देना है.