होली का त्योहार खुशियों और भाईचारे का प्रतीक माना जाता है, लेकिन इस बार यह एक विवादित बयान की वजह से चर्चा में आ गया है। बिहार के एक भाजपा विधायक ने ऐसा बयान दिया, जिसने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया। उन्होंने कहा कि होली के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग घर से बाहर न निकलें।इस बयान के बाद विपक्ष ने भाजपा पर हमला बोल दिया, खासकर राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
भाजपा विधायक का बयान और विवाद
भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने यह बयान दिया कि होली के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग बाहर न निकलें। उन्होंने इसे हिंदू धर्म की परंपराओं से जोड़ते हुए कहा कि इस दिन मुस्लिमों को घर पर ही रहना चाहिए। जैसे ही उनका यह बयान मीडिया में आया, विपक्षी दलों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
विपक्ष ने इस बयान को समाज को बांटने वाला बताया और कहा कि भाजपा नेताओं की यह आदत बन गई है कि वे धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश करते हैं। सोशल मीडिया पर भी यह बयान तेजी से वायरल हुआ और लोगों ने इस पर अपनी नाराजगी जताई।
तेजस्वी यादव का कड़ा हमला
राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भाजपा विधायक के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “क्या बिहार में उनके पिता का राज है, जो वे तय करेंगे कि कौन त्योहार के दिन बाहर निकले और कौन नहीं? यह पूरी तरह से अल्पसंख्यक समुदाय को टारगेट करने वाला बयान है।”
तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा नेता बार-बार ऐसे बयान देकर सांप्रदायिक माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुप बैठे हैं। उन्होंने नीतीश कुमार से पूछा कि क्या वे इस बयान का समर्थन करते हैं या इसकी निंदा करेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर सवाल
तेजस्वी यादव ने भाजपा विधायक के बयान पर नीतीश कुमार की चुप्पी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता लगातार ऐसी बातें कर रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। तेजस्वी ने कहा कि जब से नीतीश कुमार ने फिर से भाजपा के साथ सरकार बनाई है, तब से बिहार में इस तरह की बयानबाजी बढ़ गई है।
भाजपा की सफाई और विपक्ष का विरोध
भाजपा की तरफ से इस बयान पर सफाई देते हुए कहा गया कि विधायक ने कोई गलत बात नहीं कही है, बल्कि उन्होंने सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की थी। लेकिन विपक्ष इस तर्क से सहमत नहीं हुआ और कहा कि भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है।
सोशल मीडिया पर नाराजगी
इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की मिली-जुली प्रतिक्रिया आई। कुछ लोगों ने भाजपा विधायक के बयान का समर्थन किया, तो कुछ ने इसकी आलोचना की। ट्विटर और फेसबुक पर इस मुद्दे पर कई ट्रेंड चलने लगे और लोगों ने भाजपा के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। भाजपा विधायक के इस बयान ने बिहार की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। विपक्ष इसे सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश बता रहा है, वहीं भाजपा इसे गलत तरीके से पेश किया गया बयान कह रही है। तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस पर जवाब देने की मांग की है। अब देखना होगा कि सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है और क्या विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई होती है या नहीं।