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बिहार: एक घंटा लेट होने पर भी नहीं कटेगी शिक्षकों की हाजरी

दानापुर अनुमंडल  के कासिमचक में शिक्षक के पद पर कार्यरत अविनाश कुमार की मौत नासरीगंज घाट पर नाव चढ़ने के दौरान हो गई। अविनाश की मौत के बाद शिक्षा विभाग ने एक घंटे की देरी से भी स्कूल आने पर हाजरी नहीं काटने का आदेश जारी किया है।

शुक्रवार 23 अगस्त को स्कूल जाने के लिए नाव से जाते समय शिक्षक अविनाश कुमार (25) गंगा में बह गए। काफी खोजबीन के बाद भी अबतक शव को खोजा नहीं जा सका है।फतुहा के सरथुआ के रहने वाले अविनाश की बहाली बीपीएससी के माध्यम से 9 महीना पहले ही हुई थी। छोटा कासिम चक के उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत थें अविनाश।

तस्वीर: हिन्दुस्तान

अविनाश की मौत के बाद शिक्षकों के भीतर काफी नाराजगी है। शिक्षकों ने एनडीआरएफ की टीम पर देरी से आने का आरोप लगाया । शिक्षक की मौत के बाद शिक्षकों ने सात सूत्री मांग पत्र एसडीओ को सौंपा जिसमें दियारा क्षेत्र के स्कूलों को तत्काल बंद करवाने, घाटों पर नाव की व्यवस्था करने, मृत शिक्षक के परिजनों को 1 करोड़ की सहायता राशि देने, पुल की व्यवस्था नहीं होने पर सरकारी नाव एसडीआरएफ की टीम के साथ उपलब्ध कराने की मांग की।

बिहार शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव ने सभी जिला पदाधिकारियों को पत्र लिख कर कहा कि जिन घाटों से शिक्षक या छात्र स्कूल जाते हैं उन घाटों पर सरकारी नाव की व्यवस्था हो और लाइफ जैकेट पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराई जाए तथा घाटों पर गोताखोरों की व्यवस्था कराई जाए।

शिक्षकों ने बढ़ते जलस्तर को देखते हुए स्कूलों को बंद करने का आग्रह प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से किया था लेकीन उनके तरफ़ से कोइ निर्णय नहीं लिया गया।शिक्षकों ने बताया कि पूर्व में दियारा क्षेत्र के स्कूलों को जलस्तर बढ़ने पर बंद कर दिया जाता था।

दानापुर सब डिवीजन के दियारा क्षेत्र के 6 पंचायतों में उच्च माध्यमिक, प्राथमिक तथा मध्य विद्यालय हैं जिनमें 350 से अधिक शिक्षक शिक्षिकाएं पढ़ाते हैं जो रोज़ नाव से आते जाते हैं।

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