पिछले एक दशक में देश भर के विश्वविद्यालयों ने जबरदस्त दक्षिणपंथी हमले झेले हैं।अकादमिक स्वतंत्रता को भरपूर नियंत्रित करने की कोशिश की गई है। सत्ता के विपरीत विचार रखने वाले शिक्षकों विद्यार्थीयों के उपर मुकदमे किए गए हैं, उन्हें जेलो में डाला गया है। स्वतंत्र अकादमिक आवाज़ों को कुचलने के भरसक प्रयास किए गए हैं। स्कॉलर्स एट रिस्क ने अपने ...