लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election) के दौरान बोगस वोटिंग करने का दावा करते हुए वीडियो वायरल हो रहा है. ये कथित वीडियो एटा जिले के अलीगंज ब्लॉक का बताया जा रहा है, जो फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र में आता है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक वीडियो 13 मई को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के दौरान उत्तर प्रदेश के एटा जिले के खिरी पमारान गांव में लिया गया था।
वीडियो का स्क्रीनशॉट जिसमें किशोर को वोट डालते हुए दिखाया गया है
फर्रुखाबाद लोकसभा क्षेत्र में आठ बार वोट डालते हुए एक वीडियो रविवार, 19 मई को वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश में एक 17 वर्षीय किशोर को हिरासत में लिया गया है। लड़के की पहचान खीरी पमारान गांव के ग्राम प्रधान और भाजपा नेता के बेटे के रूप में की गई है।
दो मिनट 19 सेकंड के वायरल वीडियो में लड़का वोटिंग करने जा रहा है वह कह रहा है “पहला,दूसरा,तीसरा,चौथा,पांच वोट डाल चुका हूं, छठा लेकर जा रहा हूं, छठा भी पड़ेगा, देख लेना, सातवां और आठवां भी पड़ गया, आठ वोट डाले हैं ” वहीं इसके बाद लड़का वोटिंग करते समय विडियो में 1,2,3,4,5,6,7,8 उंगलियां दिखाते हुए कहता है, कि आठवां भी पड़ गया और वह बीजेपी प्रत्याशी वोट करते हुए दिखाई दे रहा है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिनवा ने घटना के बाद मतदान केंद्र पर दोबारा मतदान कराने की सिफारिश की है. उन्होंने कहा, “मतदान गोपनीयता के उल्लंघन सहित विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।” इसकी शिकायत क्षेत्र के समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नवल किशोर शाक्य ने जिला निर्वाचन अधिकारी से की थी।
लड़के को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर कई आईडी कार्ड के साथ भाजपा उम्मीदवार मुकेश राजपूत के लिए अलग-अलग मौकों पर आठ बार वोट डालते देखा जा सकता है। एक बीप की आवाज सुनी जा सकती है और वीवीपीएटी मशीन को भाजपा पार्टी के प्रतीक के साथ पर्चियां छापते देखा जा सकता है। कथित तौर पर वीडियो को उनके फेसबुक प्रोफ़ाइल पर कहानियों के रूप में साझा किया गया.
अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में वीडियो के साथ लिखा कि, “अगर चुनाव आयोग को लगे कि ये गलत हुआ है तो वो कुछ कार्रवाई जरूर करे, नहीं तो……. ” भाजपा की बूथ कमेटी, दरअसल लूट कमेटी है”.
वही राहुल गांधी ने X पर लिखा ” अपनी हार सामने देख कर भाजपा जनादेश को झुठलाने के लिए सरकारी तंत्र पर दबाव बना कर लोकतंत्र को लूटना चाहती है।
कांग्रेस चुनावी ड्यूटी कर रहे सभी अधिकारियों से यह अपेक्षा करती है कि वो सत्ता के दबाव के सामने अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी न भूलें।
वरना INDIA की सरकार बनते ही ऐसी कार्रवाई होगी कि आगे कोई भी ‘संविधान की शपथ’ का अपमान करने से पहले 10 बार सोचेगा।”